आग़ाज़ की एक और नयी शुरुआत
2020 में lockdown के वक़्त जब हमने बच्चों के साथ काम करने का सोचा तो हमारी सबसे बड़ी दिक्कत थी की हमारे पास उनके साथ काम करने के लिए कोई जगह नहीं थी। तब हमने बस पार्क में बच्चों से मेल — मिलाव शुरू किया ताकी बच्चों के साथ एक कनेक्शन बने। फिर धीरे धीरे हमने पार्क में ही खेलना शुरू किया; बच्चों से बात चीत बड़ाई और उनके घर जाके उनके पेरेंट्स से भी बात की ताकी उनसे भी रिश्ता बन पाये।
लेकिन पार्क में बहुत धूप होती थी और बहुत डिस्ट्रैक्शन भी होते थे। कुछ बच्चों के घर पर थोड़ी बहुत जगह थी तो हम कभी कभी वहीं उनके घर पर मिल कर खेलते। पर किसी का घर हमेशा available नही होता था और बच्चों के साथ हम भी उनके घर में ज्यादा comfortable नहीं हो पाते क्यूंकि पेरेंट्स के सामने बच्चे खुलके नहीं बोल पाते थे।
हमे कोई ऐसी जगह नहीं मिल रही थी जो हमारी हो, हमारी खुदकी जगह, जहाँ हम साथ में मिलके बच्चों के लिए और अपने लिए एक comfortable, और safe स्पेस बना पायें। तो हम ऐसी एक जगह बस्ती में ढूंढने लगे।
हमने ये जगह इसलिए चुनी क्यूंकि इसमें एक खुलापन सा था, ये बंद-बंद सी नहीं थी। क्यूंकि हम बहुत छोटे बच्चों के साथ काम करते हैं तो इसके ground floor पर होना भी एक फ़ायदा था की यहाँ बच्चों का सीढ़ियों से गिरने का कोई डर नहीं होगा। ये जगह बच्चों के घर के पास भी थी तो उनके लिए दूर नही पड़ती, और उनकी family भी यहाँ उनको देख पाती।
हमें March 2021 में ही ये जगह मिल गयी थी पर फिर corona के cases बहुत ज़्यादा बढ़ जाने की वजह से हमने अभी तक यहाँ बच्चों के साथ काम शुरू नही किया है। हम भी घर से बाहर नहीं निकल रहे थे, इसलिये काफ़ी वक़्त तक हमारी ये जगह खाली रही।
हम सब इस इंतज़ार में थे की कब हम इस जगह को अपना बना पायेंगे, कब यहाँ बच्चों के साथ काम शुरू करेंगे। पिछले एक — दो महीने में जब चीज़ें थोड़ी बेहतर हुइं, तो हमने अपने इस नये “learning centre” की साफ सफाई करके इसको use करना शुरू करदिया। हम अपनी online classes/sessions यहीं से लेते हैं और कई और कामों के लिए भी यहीं एक दूसरे से मिलते हैं और इस जगह का इस्तेमाल करते हैं।
अगस्त से हम यहाँ बच्चों के साथ भी काम शुरू करदेंगे। इसको लेकर हम सब बहुत excited हैं!